स्नेह और आशीर्वाद के साथ

07 अक्तूबर 2010

जन्मदिन चंचल दीदी का और केक हमने भी काटा

परसों पांच तारीख को हमारे घर के सामने हमारी चंचल दीदी का जन्मदिन था। हमारी छोटी बुआ की बड़ी बेटी।
हम भी गए थे वहां। बस हम घर के लोग और बच्चे थे।


चंचल दीदी ने केक काटा तो साथ में हमने भी कटवाया।
जबसे हमने अपने जन्मदिन पर केक काटा है तबसे सबके जन्मदिन पर हम भी साथ में केक कटवाते हैं। हम बन गए हैं केक काटो एक्सपर्ट.........


जब केक कट गया तो सभी ने तालियाँ बजाकर गीत गाया, हमने भी जोर से ताली बजाई। देखो तो ज़रा.... आपको आवाज़ सुनाई दी? नहीं.......कोई बात नहीं....


ये लो, केक खाने के बाद का चित्र। हमारी चाची ने चंचल दीदी के चेहरे पर केक की क्रीम लगा दी। दीदी ने प्यार में हमें और हमारी बहिन को गोद में उठाकर फोटो खिंचवा ली।


सभी की देखा देखी हमने भी अपनी छोटी बहिन को केक खिला दिया। हाँ ये हमारी दादी हैं। हम दोनों को गोद में लिए हुए।
जन्मदिन पर बहुत मजा आया।